फॉरेस्ट दरोगा व गार्ड की रहमो करम बरस रही ठेकेदारों पर इसलिए नहीं रुक पा रही कटान
वन विभाग के नोमांइदे इन पेड़ों की रखवाली करने के बजाय अपनी जेब गर्म करने के चक्कर में ठेकेदारों से मिलकर हरियाली विनाश का खेल -खेल रहे है।
रायबरेली -:- रिपोर्टर अरविंद भारती
रायबरेली। योगी सरकार पर्यावरण को लेकर सख्त सचेत है, और करोड़ों का बजट हर साल वृक्षारोपण पर खर्च करती है, लेकिन वन विभाग में कार्यरत सरकारी नोमांइदे इन पेड़ों की रखवाली करने के बजाय अपनी जेब गर्म करने के चक्कर में ठेकेदारों से मिलकर हरियाली विनाश का खेल -खेल रहे है। इसीलिए पेड़ों की लगातार हो रही कटान अब पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही है। जिसका नतीजा यह रहा कि इस बार जिले में काफी गर्मी पड़ी मानसून 40 डिग्री सेल्सियस से 48 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। जिससे भयंकर गर्मी से जनता को सामना करना पड़ा। वही वन विभाग इन पेड़ों की लगातार हो रही कटान से अभी तक सचेत नहीं हुआ।
जिससे नतीजा यह है की ठेकेदार लगातार पेड़ों की कटान करने पर हावी हो गए हैं। इन दिनों अमावा क्षेत्र में लगातार हो रही कटान चर्चा का विषय बनी हुई है, जिस पर फारेस्ट दरोगा आशीष मौर्य ठेकेदारों पर लगाम कसने में नाकाम साबित हो रहे हैं, जिससे पेड़ों की कटान नहीं रुक पा रही है, अभी 2 दिन पूर्व ही अमावा क्षेत्र के मकसूदपुर गांव में ठेकेदार द्वारा महुआ के पेड़ों पर आरा चलवा दिया गया जिसकी सूचना संबंधित फॉरेस्ट दरोगा आशीष मौर्य को दी गई। जिसमें कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति कर दी गई, कठोर कार्रवाई न होने के चलते ही ठेकेदार लगातार पेड़ों को नुकसान पंहुचा रहे है, जो आने वाले भविष्य के लिए चिंता का विषय बना हुआ है! अगर वक्त रहते पेड़ों की कटान को ना रोका गया तो इसका खामियाजा हमें बहुत जल्द भुगतना पड़ेगा।।