कानपुर देहात में भ्रष्टाचार के साथ अब फर्जीवाड़ा भी नहीं ले रहा है रुकने का नाम
फर्जी जाति प्रमाण के सहारे महिला बनी वार्ड मेंबर साथ ही प्रधान पद रिक्त होने पर पंचायत में पाया मुख अहम जिम्मेदारी भरा पद
फर्जी जाति प्रमाण के सहारे महिला बनी वार्ड मेंबर साथ ही प्रधान पद रिक्त होने पर पंचायत में पाया मुख अहम जिम्मेदारी भरा पद
आपको बता दें कि पूरा मामला ब्लाक संदलपुर की पंचायत ररौख का है जहां ग्राम प्रधान कृष्ण कुमार पाल उर्फ बाबू भाई एवं सचिव ने मिलकर पंचायत के सरकारी पैसा लगभग सात लख को अपने निजी खातों में डाल कर निकाल लेने का मामला प्रकाश में आया था
मामला गंभीर एवं भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ था जिस कारण प्रधान एवं सचिव को जिला मजिस्ट्रेट के द्वारा पद से हटा दिया गया | प्रधान पद रिक्त होने पर जिला मजिस्ट्रेट के द्वारा त्रिस्तरीय टीम गठित करने हेतु आदेशित किया गया जिसकी जिम्मेदारी डीपीआरओ इंद्रनारायण समेत एडीओ पंचायत अश्विनी कुमार एवं वीडियो धन प्राप्त यादव को दी गई
जहां पर जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा भ्रष्टाचारियों को बढ़ावा देते हुए एवं स्वयं भ्रष्टाचार करते हुए पंचायती कार्य हेतु त्रिस्तरीय टीम में सम्मिलित कर दिया गया जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा जिला मजिस्ट्रेट समेत मुख्य विकास अधिकारी को दी गई जहां मुख्य विकास अधिकारी ने एवं जिला अधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करने हेतु आदेशित किया है वहीं दूसरी ओर इस्तेमाल किए गए अभिलेखों पर दबा कर रही महिला के पिता ने फोर्जरी एवं हेराफेरी करने वाली महिला के ऊपर एफ आई आर दर्ज कराने की कही बात
वहीं दूसरी ओर संबंधित वकीलों ने भी रखा अपना पक्ष और फर्जीवाड़े पर नकेल कसने के लिए भ्रष्टाचार पर गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखे जाने हेतु रखी अपनी बात