होटल या रेस्टोरेंट में क्यों रखी जाती है ‘सौंफ और मिश्री’?
मिश्री दानेदार चीनी की तुलना में काफी हल्की होती है. इसमें मिठास भी नॉर्मल चीनी के मुकाबले कम होती है. यह हमारे शरीर में हाजमे और पाचन क्रिया को मजबूत बनाती है।
मिश्री दानेदार चीनी की तुलना में काफी हल्की होती है. इसमें मिठास भी नॉर्मल चीनी के मुकाबले कम होती है. यह हमारे शरीर में हाजमे और पाचन क्रिया को मजबूत बनाती है।
आप जब भी किसी रेस्टोरेंट में गए हो तो वहां यह चीज भी नोटिस की होगी कि टेबल पर हमेशा एक कटोरी में सौंफ मिश्री रखी जाती है. ज्यादातर लोगों को यह नहीं पता होता है कि टेबल पर सौंफ मिश्री रखने के पीछे आखिर क्या वजह होती है.
कुछ लोगों को ये लगता है कि शायद ‘टिप’ देने के लिए कटोरी में सौंफ-मिश्री रखी जाती होगी.
जबकि कुछ मानते हैं कि खाना खाने के बाद मुंह को फ्रेश करने के लिए इसे रखा जाता है. सौंफ मिश्री को लेकर अलग-अलग लोगों की अलग-अलग राय है.
1. डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत रखती है : क्योकि ये हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को रखती है मजबूत: सौंफ और मिश्री को एक साथ खाने से पाचन क्रिया को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है. सौंफ में फाइबर, विटामिन और कैल्शियम सहित कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसके अलावा, कई औषधीय गुण भी मौजूद हैं. जब खाना खाने के बाद आप इसे खाते हैं तो डाइजेशन तेज हो जाता है और खाना जल्दी पचता है.
2. खून की कमी नहीं होगी: सौंफ और मिश्री का कॉम्बिनेशन शरीर में रक्त की कमी नहीं होने देता. खाना खाने के बाद इसे खाने से हीमोग्लोबिन का लेवल सही बना रहता है.
3. इम्यूनिटी: अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है तो सौंफ और मिश्री का ये हेल्दी कॉम्बिनेशन आपके लिए ईज़ी ऑप्शन है. इसे खाने से इम्यूनिटी को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलेगी.
4. मुंह की दुर्गंध को भी दूर करता है :: सौंफ और मिश्री एक साथ मिलकर ‘माउथ फ्रेशनर’ की तरह काम करते हैं. इसे खाने के बाद मुंह से आने वाली स्मैल से छुटकारा मिलता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले आप एक बार डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.क्योकि हमारा उद्देश्य किसी को हानि पहुंचने का नहीं है। यह एक जानकारी मात्र है।